Lyrics By: मसरूर अनवर
Performed By: ग़ुलाम अली
हमको किसके ग़म ने मारा, ये कहानी फिर सही किसने तोड़ा दिल हमारा, ये कहानी फिर सही हमको किसके ग़म ने... दिल के लूटने का सबब पूछो न सबके सामने नाम आएगा तुम्हारा, ये कहानी फिर सही हमको किसके ग़म ने... नफरतों के तीर खा कर, दोस्तों के शहर में हमने किस किस को पुकारा, ये कहानी फिर सही हमको किसके ग़म ने... क्या बताएँ प्यार की बाजी, वफ़ा की राह में कौन जीता कौन हारा, ये कहानी फिर सही हमको किसके ग़म ने...