Type Here to Get Search Results !

बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है - Baazeecha-e-Atfaal Hai (Jagjit Singh, Mirza Ghalib)

Movie/Album: मिर्ज़ा ग़ालिब (टी वी सीरियल) (1988)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: मिर्ज़ा ग़ालिब
Performed By: जगजीत सिंह

बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है
दुनिया है मेरे आगे
होता है शब-ओ-रोज़
तमाशा मेरे आगे

होता है निहाँ गर्द में सहरा मेरे होते
घिसता है ज़बीं ख़ाक पे दरिया मेरे आगे

मत पूछ कि क्या हाल है मेरा तेरे पीछे
तू देख कि क्या रंग तेरा मेरे आगे
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है...

ईमान मुझे रोके है जो खींचे है मुझे कुफ़्र
काबा मेरे पीछे है कलीसा मेरे आगे
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है...

गो हाथ को जुम्बिश नहीं आँखों में तो दम है
रहने दो अभी सागर-ओ-मीना मेरे आगे
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है...

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad